"मेरे पास मां है" फिल्म दिवार का ये फेमस डायलॉग आज भी फिल्म शौकिनों के जहन में ताजा है...
जितनी क्लासिक यह फिल्म है उतने ही क्लासिक है इस फिल्म के डॉयलॉग्ज भी...
मेरे पास मां है ये डॉयलाग आपने हजारों बार सुना होगा लेकिन क्या आप को पता है कि असली मां कौन थी...
चलिए हम आपको बतातें हैं इसका जवाब तो ये असली मां थी अपने जमाने की मशहुर अदाकारा वैजयंती माला...
जी हां फिल्म मेकर यश चोपडा वैजयंती माला को अपनी फिल्म दिवार में अमिताभ बच्च्न और शशी कपुर की स्क्रीन मां बनना चाहतें थे...
ये उस दौर की बात है जब वैजयंती माला करिअर के टॉप पर पहुंच कर फिल्मों से संन्यास ले चुकी थीं और यश चोपडा वैजयंती माला को दोबारा फिल्मों में लाना चाहतें थे...
दरअसल यश चोपडा अपने बडे भाई बी आर चोपडा की फिल्म नया दौर के वक्त से ही वैजयंती माला के फैन बनें थे...उनका सपना था कि वो जब भी फिल्में बनाएंगे वैजयंती माला के साथ जरुर काम करेंगें....
लिहाजा अपने इस सपने को पुरा करने के लिए यशजी ने अपने इस पसंदीदा आदकारा को दिवार में कास्ट करने का फैसला लिया...
लेकिन अफसोस यश जी का ये फैसला वैजयंती माला के फैसले को नही बदल पाया.
फिल्मों से ब्रेक लेने के बाद वैजयंती माला ने ये फैसला कर लिया था कि वो कभी भी फिल्मी परदे पर दोबारा वापसी नही करेंगी. उनका खयाल था कि उनके चाहनेंवालों उन्हें हमेशा खुबसुरत हिरोइन के तौर पर ही याद करें....
लिहाजा इसी वजह से वैजयंती माला ने चाहकर भी यश चोपडा को हां नही कहा....
और फिर यह रोल ऑफर हुआ निरुपा रॉय को.
जितनी क्लासिक यह फिल्म है उतने ही क्लासिक है इस फिल्म के डॉयलॉग्ज भी...
मेरे पास मां है ये डॉयलाग आपने हजारों बार सुना होगा लेकिन क्या आप को पता है कि असली मां कौन थी...
चलिए हम आपको बतातें हैं इसका जवाब तो ये असली मां थी अपने जमाने की मशहुर अदाकारा वैजयंती माला...
जी हां फिल्म मेकर यश चोपडा वैजयंती माला को अपनी फिल्म दिवार में अमिताभ बच्च्न और शशी कपुर की स्क्रीन मां बनना चाहतें थे...
ये उस दौर की बात है जब वैजयंती माला करिअर के टॉप पर पहुंच कर फिल्मों से संन्यास ले चुकी थीं और यश चोपडा वैजयंती माला को दोबारा फिल्मों में लाना चाहतें थे...
दरअसल यश चोपडा अपने बडे भाई बी आर चोपडा की फिल्म नया दौर के वक्त से ही वैजयंती माला के फैन बनें थे...उनका सपना था कि वो जब भी फिल्में बनाएंगे वैजयंती माला के साथ जरुर काम करेंगें....
लिहाजा अपने इस सपने को पुरा करने के लिए यशजी ने अपने इस पसंदीदा आदकारा को दिवार में कास्ट करने का फैसला लिया...
लेकिन अफसोस यश जी का ये फैसला वैजयंती माला के फैसले को नही बदल पाया.
फिल्मों से ब्रेक लेने के बाद वैजयंती माला ने ये फैसला कर लिया था कि वो कभी भी फिल्मी परदे पर दोबारा वापसी नही करेंगी. उनका खयाल था कि उनके चाहनेंवालों उन्हें हमेशा खुबसुरत हिरोइन के तौर पर ही याद करें....
लिहाजा इसी वजह से वैजयंती माला ने चाहकर भी यश चोपडा को हां नही कहा....
और फिर यह रोल ऑफर हुआ निरुपा रॉय को.